Hindi Seaxy Story दोस्त की माँ के साथ चुदाई Hindisaxi Stories सच्ची Chodan Story

Hindi Seaxy Story दोस्त की माँ के साथ चुदाई Hindisaxi Stories सच्ची Chodan Story


आज की यह Chudai Ki Kahani सच्ची है जिसे मै आपके साथ Seaxystory.blogspot.com पर शेअर कर रहा हूँ |यहाँ पर आप हिंदी सेक्स स्टोरीज हर रोज पढ सकते है |आपने Antarvasna Sex Stories बहोत पढी होगी लेकीन आज मैं जो अपनी Real Saxi Story बताने वाला हूँ जिसे सुनकर आपका खडा हो जाऐगा | Hindi Seaxy Story पर हम आपको बताते है मेरी Zavazavi katha 
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दोस्तों ये सेक्स कहानी आज से करीब 6 साल पहले की है। मेरा एक बहुत अच्छा दोस्त था.. जिसका नाम टिंटू था। उसके घर पर उसकी माँ 2 बहने और एक छोटा भाई था। टिंटू अपने घर पर सबसे बड़ा था। मैं और टिंटू एक साथ ही एक कॉलेज में पढ़ाई करते थे और साथ ही हमने कंप्यूटर क्लास भी शुरू कर रखी थी। अक्सर मेरा उसके घर पर आना जाना था.. लेकिन मैं कभी भी बुरी नज़र से उसकी माँ और बहन को नहीं देखता था। टिंटू के पापा एक सरकारी नौकरी करते थे और उसके भाई बहन स्कूल जाते थे।

फिर कॉलेज के बाद टिंटू सरकारी नौकरी की तैयारी में लग गया.. लेकिन मुझे सरकारी नौकरी में कोई रूचि नहीं थी। सरकारी नौकरी पाने के चक्कर में टिंटू सुबह से लेकर रात तक पढ़ाई करता था और जिसका नतीज़ा ये हुआ कि उसको एक बहुत अच्छी सरकारी नौकरी मिल भी गई और उसकी पोस्टिंग दिल्ली से बाहर हो गई.. लेकिन मेरा टिंटू के घर आना जाना था तो फिर मैं महीने में एक या दो बार उसके घर पर चला जाता था। टिंटू की मम्मी को जब भी कोई बाजार से कोई सामान लाना होता था तो वो मुझे फोन करती थी.. कि रवि ये सामान ला दो या वो सामान ला दो.. क्योंकि मार्केट उनके घर से बहुत दूर था.. इसलिए वो मुझे बोलती थी सामान लाने के लिए। फिर ऐसे करते करते दो साल गुजर गए और फिर एक दिन टिंटू की मम्मी का फोन आया और वो बोली कि मुझे एक सामान मंगवाना है.. तो मैं बोला कि बताओ आंटी क्या लाना है लेकिन टिंटू की माँ थोड़ा खुलकर नहीं बोल रही थी। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।

तभी मैंने बोला कि आंटी बोलो ना क्या लाना है? तो आंटी थोड़ा हिचकिचा रही थी। तभी मेरे ज्यादा दबाव देने पर आंटी बोली कि.. क्या तुम मुझे एक ब्रा ला दोगे? क्योंकि मेरी सभी पुरानी ब्रा फट गयी है और मुझे मार्केट जाने का टाईम नहीं मिल रहा है। तभी ये सुनते ही मैं एक मिनट के लिए हिल गया.. लेकिन फिर मैंने थोड़ी हिम्मत करके बोला कि आंटी किस साईज़ की ब्रा लानी है? तो आंटी बोली कि 42 नम्बर की। तभी मैंने हाँ कर दी और कहा कि हाँ मैं ला दूंगा। फिर आंटी बोली कि रवि तुम क़िसी को बताना नहीं कि मैंने तुम से ये चीज़ मँगवाई है। फिर मैं समझ गया था और हिम्मत करके बोल दिया कि आंटी एक शर्त पर लाऊंगा.. आप अगर मुझे पहन कर दिखाओगी तो.. तो आंटी बोली कि पहले ला तो दो। 

दोस्तों आपको मेरी Hindi Sex Story पसंद आऐ तो शेअर कर देना क्यूँकी मै मेरी चुदाई की कहानी आप तक पहुँचा रहाँ हूँ |Seaxy Story  
पर आप Savita bhabhi ki chudai की कहानी भी पढ सकते हो जो मैंने लिखी है | तो चलिये आगे क्या हुआ आपको बताता हुँ मेरी Chudai Ki kahani

फिर मैंने उस दिन शाम को ब्रा खरीदी और रात भर सोचता रहा कि क्या मैं सच में कल आंटी को ब्रा में देख पाउँगा। फिर जैसे तैसे रात गुज़री और अगले दिन में 9 बजे तैयार हो गया क्योंकि आंटी का फोन जो आना था। तभी उसके आधे घंटे बाद 9.30 बजे आंटी का फोन आया और वो बोली कि कब आओगे? फिर मैं बोला कि आंटी मैं तो तैयार हूँ आप बोलो कब आना है और अंकल ऑफिस गए क्या? तभी बोली हाँ वो तो सुबह ही गये और टिंटू की बहने भी गई.. वो 1 बजे आएगी स्कूल से। तभी मैं बोला कि ठीक है मैं अभी आ रहा हूँ और मैंने जल्दी से बाईक निकाली और 10 बजे आंटी के घर पहुंच गया। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।

फिर जैसे ही मैं घर के अंदर घुसा आंटी नाईट गाउन में थी और आंटी के फिगर एकदम साफ साफ नज़र आ रहे थे.. मोटे मोटे बूब्स और उनकी उभरी हुई गांड भी मुझे दिख रही थी और उस दिन मैंने पहली बार आंटी को इस नज़र से गौर से देखा था। फिर आंटी किचन में गई और पानी ले आई तो मैंने पानी पिया और कहा कि आंटी आपका सामान ले लो, आंटी ने अपना सामान पकड़ा और चली गई। तभी आंटी थोड़ी देर बाद आकर मेरे सामने बैठ गई। फिर मैं बोला कि आंटी पहन कर चेक तो कर लो.. तो वो बोली कि कोई बात नहीं मैं बाद में चेक कर लूँगी। तभी मैंने बोला कि लेकिन आंटी अपने तो बोला था कि पहन कर दिखाउंगी.. तो आंटी बोली कि नहीं मैंने तो ऐसा नहीं बोला था। 

फिर मैं चुप होकर बैठ गया और आंटी को लगा शायद मैं उनसे नाराज़ हो गया हूँ। तो आंटी बोली कि क्या हुआ? लेकिन मैं कुछ भी नहीं बोला और मेरा मूड खराब हो गया तो फिर वो बोली कि क्यों क्या हुआ? तभी मैंने बोला कि मैंने कितने ख्वाब देखे थे कि आप ब्रा पहन कर दिखाओगी। तभी आंटी बोली कि चल मैं अभी आती हूँ.. तू टीवी देख। फिर 5 मिनट बाद आंटी आई और मेरे सामने नाईट गाउन में आ गई और बोली कि ले देख ले.. इतने में आंटी ने अपना गाउन ऊपर कर दिया और जल्दी से नीचे भी गिरा दिया। फिर मैं 1 मिनट के लिए देखता रह गया.. आंटी क्या सेक्सी लग रही थी। फिर मैं बोला कि आंटी आपने तो जल्दी से गिरा दिया.. कम से कम अच्छे से देखने तो दो। तो आंटी मना करने लगी तभी मैं हिम्मत करके उठा और आंटी के पास चला गया और बोला कि देखूं तो। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।

फिर आंटी बोली कि दिखा तो दिया और अब कितना दिखाऊँ। फिर मैं बोला कि आंटी मुझे पास से देखना है तो आंटी मना करने लगी.. लेकिन मैं हिम्मत करके आंटी ना करने लगी.. लेकिन मैं हिम्मत करके आंटी के गाउन को ऊपर की तरफ उठाने लगा। तभी आंटी बोली कि रवि मत करो प्लीज़.. लेकिन मैं नहीं माना और मैंने आंटी को बेड पर लेटा दिया और आंटी का गाउन पूरा ऊपर कर दिया.. लेकिन आंटी फिर भी मना करती रही और मैं आंटी का गाउन ऊपर करता रहा और धीरे धीरे मैंने आंटी का पूरा गाउन ऊपर कर दिया अब आंटी मेरे सामने सफेद कलर की ब्रा में थी.. जो मैं खरीद कर लाया था और भूरे कलर की पेंटी में थी और आंटी ने अपनी आँखें बंद कर ली और अपना गाउन नीचे करने के कोशिश करती रही। 

तभी मैंने हिम्मत करके आंटी के बूब्स पर हाथ रख दिया और आंटी के दूसरे बूब्स पर किस करने लगा.. आंटी मना करने लगी लेकिन मैं बोला कि आंटी आज मना मत करो। फिर धीरे धीरे आंटी ने अपने आपको ढीला छोड़ दिया और मैंने एक हाथ आंटी की चूत पर रख दिया और पेंटी के ऊपर से ही चूत को सहलाने लगा। फिर आंटी कुछ नहीं बोल रही थी शायद वो गरम हो रही थी और मैं भी कामुक हो गया था और मेरा लंड तनकर खड़ा था। फिर मैंने जल्दी से अपनी शर्ट, पेंट और बनियान उतारकर अंडरवियर में आंटी के ऊपर लेट गया और आंटी के बूब्स सक करने लगा और आंटी की चूत पर अपने लंड की सेटिंग बैठाकर हल्के हल्के लंड को चूत पर रगड़ने लगा।

मैंने उसके गाउन को पूरा निकाल दिया और आंटी की ब्रा खोल दी और गोरे गोरे बूब्स देख कर मैं पागल सा हो गया और ज़ोर ज़ोर से सक करने लगा। आंटी बोली कि रवि आराम से करो प्लीज.. फिर मैं आंटी के होंठो पर किस करने लगा। 10 मिनट किस करने के बाद मैं वापस बूब्स सक करने लगा और सकिंग करते करते मैं आंटी के पेट की नाभि पर जीभ फेरने लगा तो आंटी मचलने लगी। फिर धीरे धीरे मैं नीचे की तरफ बड़ा और आंटी की चूत को पेंटी के ऊपर से चाटने लगा। फिर मैंने आंटी को उल्टा लेटा दिया और आंटी की बड़ी गांड को देखकर मैं रुक ना सका और आंटी की कमर पर किस करता करता उनके कूल्हों तक पहुंच गया और कूल्हों पर मैंने हल्का सा काट दिया। फिर मैंने अपनी अंडरवियर उतार दी और पेंटी के अंदर से कूल्हों पर रगड़ने लगा। फिर मैंने आंटी को सीधा किया और उनकी पेंटी को खोल दिया.. उनकी चूत एकदम साफ थी। 

फिर मैं उनकी चूत को चाटने लगा और साथ साथ अपनी एक ऊँगली चूत में डालकर अंदर बाहर करने लगा.. आंटी तो एकदम मदहोश हो चुकी थी और शायद पहली बार क़िसी ने उनकी चूत चाटी होगी। फिर मैं उनकी छाती पर बैठकर अपने लंड से उनके बूब्स को रगड़ने लगा तो मेरा लंड आंटी के कूल्हों को छू रहा था। तो आंटी अपना मुहं इधर उधर कर रही थी। फिर मैंने आंटी को बोला कि आंटी चूसो प्लीज.. तो आंटी ने मना कर दिया.. लेकिन मैं बोला कि सिर्फ़ एक मिनट प्लीज। तभी वो मान गई और उन्होंने अपना मुहं खोला तो मैंने जल्दी से अपना लंड उनके मुहं के अंदर डाल दिया। तभी थोड़ी देर चुसवाने के बाद मैं उठकर उनकी चूत के पास आ गया और दोबारा चूसने लगा तो आंटी बोली कि रवि अब डालो और मत तड़पाओ प्लीज। आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।

तभी मैंने आंटी के दोनों पैर अपने कंधों पर रख लिए और अपना लंड आंटी के चूत के छेद पर रखा और ज़ोर से झटका दिया तो आंटी थोड़ा सा हिली फिर एक झटका दिया और लंड पूरा एक बार में अंदर चला गया और फिर मैं आंटी को चोदने लगा। फिर मैं आंटी के ऊपर पूरा लेट कर चोदने लगा.. मेरा और आंटी का एक एक अंग आपस में मिल रह था जिससे मुझे बड़ा आनंद आ रहा था। 15 मिनट बाद जब मैं झड़ने लगा तो आंटी से पूछा कि कहाँ पर गिराऊ? तभी आंटी बोली कि बाहर करना.. तो फिर जैसे ही मेरा वीर्य निकलने ही वाला था तो मैंने जल्दी से अपना सारा वीर्य आंटी के पेट और चूत के ऊपर छोड़ दिया और वापस लेट गया और फिर थोड़ी देर बाद मैं ऊपर से उठा और मैंने अपना लंडा साफ किया तो आंटी मुझसे बोली कि ये बात क़िसी को पता नहीं लगनी चाहिए और अब मुझे भूल तो नहीं जाओगे? 

तभी मैंने आंटी को बोला कि नहीं आंटी अब तो मैं रोज़ आया करूँगा और आपसे बिना पूछे आपकी चुदाई करूंगा। फिर आंटी उठी और बोली कि मेरी ब्रा और पेंटी पकड़ा दो। तो मैंने बोला कि रुको मैं आपको पहना भी देता हूँ। फिर मैंने आंटी को ब्रा और पेंटी पहनाई। फिर आंटी ने गाउन पहना और किचन में चली गई चाय बनाने के लिए और मैं टीवी देखता रहा। तभी थोड़ी देर बाद मैं फिर से तैयार हो गया तो मैं भी किचन में चला गया और फिर आंटी का गाउन ऊपर करके अपना लंड आंटी की गांड में रगड़ता रहा। तभी आंटी बोली कि अब नहीं रवि मैं थक गई हूँ.. लेकिन मैंने उनकी एक भी नहीं सुनी और गाउन ऊपर करके आंटी की पेंटी नीचे करके मैं किचन में ही मैंने आंटी को थोड़ा झुका दिया और एक बार फिर से चुदाई करने लगा और दूसरा राउंड होने की वजह से इस बार मैं 30 मिनट तक आंटी को चोदता रहा.. आप यह कहानी हिंदी सेक्स स्टोरीज वेबसाइट पर पढ़ रहे है।

लेकिन इस बीच आंटी 2 बार झड़ गई थी और इस बार मैंने बिना बोले अपना वीर्य आंटी की चूत में छोड़ दिया और आंटी अपने आपको छुड़ाने लगी.. लेकिन मैंने उनको और कसकर पकड़ लिया और अपना सारा वीर्य आंटी की चूत में डाल दिया। फिर जब मैंने अपनी पकड़ ढीली की तो आंटी बोली कि तुमने वीर्य अंदर क्यों डाल दिया? और अगर मैं गर्भवती हो गई तो। तभी मैंने कहा कि आंटी आप खुद ही समझदार हो और गर्भवती कैसे होते है? आपको ये बात अच्छी तरह से पता है। फिर आंटी बोली कि तुम तो बड़े बदमाश निकले.. फिर हमने चाय पी और मैं वापस आने लगा तो आंटी बोली कि आते रहना। फिर मैं बोला कि.. जी आंटी अब तो रोज़ आना पड़ेगा। आप बस फोन कर दिया करो कि घर पर कोई भी नहीं है। दोस्तों उस दिन से लेकर आज तक मैं आंटी को चोद रहा हूँ ।

दोस्तों,आपको कैसी लगी मेरी चुदाई की कहानी जरूर बताऐ और Antarvasna Sex Stories की तरह आपके Seaxy story पर हिंदी सेक्स कहानियाँ Chodan Story | अगर आपको Sunny Leone xxx video वाली कहानी पढनी है तो आप Seaxystory.blogspot.com पर पढ सकते है |


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